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तीजन बाई पंडवानी गायिका : परिचय
तीजन बाई teejan bai pandwani gayika एक ऐसा नाम जिसने पंडवानी गायन की नीव के रूप में आधार शिला कहे तो भी कम है। तीजन बाई जी ने अपने पंडवानी गायन से केवल छहत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि भारत के अनेक हिस्सों में जाकर ख्याति तो प्राप्त की ही अपितु विदेशो भी में अपने नाम तथा अपने राज्य का नाम भी गौरवान्वित किया है। इन्होने पंडवानी को ऐसे प्रस्तुत किया की आपको लगेगा की वो दृश्य बस यही कही चल रहा हो।
तीजन बाई teejan bai pandwani :जीवन परिचय
जन्म
24 अप्रैल 1956 गनियारी भिलाई (दुर्ग छ.ग.)
परिवार
पिता -हुनुकलाल
माता – सुखमती
पति – तुलसीराम देशमुख
भाई बहनें – पांच में सबसे बड़ी
निवास
वर्तमान में भिलाई।
तीजन बाई:गायन के क्षेत्र में
महज 13 साल की उम्र से ही तीजन बाई जी पंडवानी गायन की शुरुवात की है। उस समय ये पढ़ी लिखी नही थी। शिक्षा के अभाव होने के बावजूद भी पंडवानी इनको गायन और वादन के माध्यम से ही याद रहता था, इनके पंडवानी गायन के पीछे इनके नाना जी बृजलाल प्रधान जी का विशेष हाथ है तीजन बाई जी ने बचपन से ही इन्हें ही सुनके सीखा है।
तीजन बाई: पहिली विदेश यात्रा
1985 – 1986 में इन्हें पहिलि बार विदेश में जाकर अपनी प्रतिभा को दिखाने का अवसर प्राप्त हुआ फिर क्या था फिर विदेशी की यात्रा की एक के बाद एक मौके मिले जिनमें,फ्रांस, मॉरिशस,बांग्लादेश, स्विटजरलैंड,जर्मनी, टर्की,सइप्रस, माल्टा आदि।
तीजन बाई: पद्म श्री ,पद्म विभूषण
तीजन बाई जी को इनकी कला के क्षेत्र में मिलने वाले पुरुष्कार से नवाजा गया है जिसमे इन्हें पद्म श्री तथा पद्म विभूषण से पुरुस्कृत किया गया इसी के साथ इन्होंने हमारे छत्तीसगढ़ राज्य का नाम देश विदेश में गौरवान्वित किया है।
अन्य पुरुष्कार
1994 श्रेष्ठ कला आचार्य
1995 संगीत नाटक अकादमी
1996 संगीत नाट्य अकादमी
1998 देवी अहिल्या सम्मान
1999 ईसुरी सम्मान
2003 डी. लीट बिलासपुर विश्वविद्यालय
2003 पद्म श्री
2016 एम एस सुब्बालक्ष्मी शताब्दी पुरुष्कार
2018 फुकुओका पुरुष्कार
2019 पद्म विभूषण
तीजन बाई :जी की डॉक्यूमेंट्री(मूवी)
तीजन बाई जी के ऊपर बनने जा रही डॉक्यूमेंट्री जिसमे विद्या बालन जी इनकी किरदार निभा रही है।
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