danteshwari Mata Mandir दंतेश्वरी माता मंदिर

दंतेश्वरी माता मंदिर

छत्तीसगढ़ के सिद्ध सक्तिपीठो में से एक है माता दंतेश्वरी का मंदिर danteshwari Mata Temple जो राजधानी रायपुर से 358 किमी की दूरी पर स्थित है आज के ब्लॉग में हम माता दंतेश्वरी की इतिहास से लेकर ट्रैवल की सारी जानकारी इस ब्लॉग में जानेंगे।

दंतेश्वरी माता मंदिर danteshwari Mata Temple

षट्भुजी माता दंतेश्वरी की मूर्ति कालेग्रेनाइट से बनी है। छः भुजा युक्त माता के दाहिने हाथ में शंख,खड़क,त्रिशूल और बाएं हाथ में घंटी,पद्य और राक्षस का सिर लिए माता विराजमान है। माता की मूर्ति में अद्वितीय नक्काशी कार्य किया गया है। दंतेश्वरी माता के सर के ऊपर एक चाँदी का छत्र भी है। द्वार पर दो द्वारपाल खड़े जिनके हाथो में सर्प व् गदा लिए है। इसके आगे 21 स्तम्भ से युक्त सिंह द्वार के पूर्व दिशा में विराजमान है।

माता दंतेश्वरी मंदिर की स्थापना Establishment of Mata Danteshwari Temple

माता दंतेश्वरी का निर्माण वारंगल राज्य के राजा अन्नदेव ने चौदहवी शताब्दी में करवाया गया था। इसके पश्चात भी अन्य राजाओ ने भी इसका जीर्णोद्धार करवाया।

माता दंतेश्वरी की कहानी Story of Mata danteshwari mandir

राजा वारंगल जब यहाँ आये तो उन्हें ये माता से वरदान मिला की जहाँ तक राजा अन्नदेव पैदल जायेंगे वहाँ तक राजा अन्नदेव के राज्य का विस्तार होगा लेकिन माता ने एक शर्त भी रखी थी कि जहाँ पर राजा अन्नदेव पीछे मुड़कर नहीं देखेगा अगर उसने पीछे मुड़के देखा तो माता उसके आगे नहीं जाएँगी और माता वही विराजमान हो जाएगी।

माता के कहे अनुसार अन्नदेव कई दिनों और रातो तक चलते रहे। कई दिनों के सफर के बाद जब राजा चलते चलते डंकिनी शंखिनी नदी के संगम पर पहुंचे तो नदी के जल में माता के पाँव के पायल की आवाज न आने के कारण राजा अन्नदेव पीछे मुड़कर देखने लगे की माता साथ आ रही है की नहीं।

ये देख माता आगे चलने से इंकार किया और माता का नदी के समीप मंदिर बनवाया गया।

दंतेश्वरी मंदिर क्यों प्रसिद्द है Why danteshwari Temple famous

देवी पुराण में 51 शक्तिपीठो का ही उल्लेख है। किन्तु कुछ अन्य मान्यताओं के अनुसार छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में माता सती के दन्त (दाँत ) गिरे थे। माता सती के एक अंग होने के कारण 52 शक्तिपीठो में इसे गिना जाता है। तथा माता अपनी भक्तो की सम्पूर्ण मनोकामनाएं भी पूर्ण करती है इसीलिए माता दंतेश्वरी प्रसिद्ध है।

नवरात्री दर्शन माता दंतेश्वरी Navratri Darshan Mata Danteshwari

हर वर्ष चैत्र और कंवार के महीने यहाँ माता के भक्तो का ताँता लगा रहता है मंदिर हजारो ज्योति कलशो के दर्शन कर इसका पुण्य प्राप्त करते है। नवरात्री के नव दिनों तक माता का विशेष श्रृंगार किये जाते है। नवरात्री में माता के दर्शन के लिए श्रद्धालु दूर दूर से माता के दर्शन के लिए आते है।

यंहा होली से पहले नौ दिनों तक फाल्गुन मड़ई नामक त्यौहार का आयोजन करते है। यह त्यौहार वंहा स्थित आदिवासी संस्कृति को दर्शाती त्यौहार होता है। इस त्यौहार में हर दिन माता के नाम की डोली तैयार कर 250 देवी देवताओ के साथ नगर के भ्रमण के लिए निकली जाती है।

Danteshwari Mata Temple
Danteshwari Mata Temple

दंतेश्वरी माता का फोटो Danteshwari Mata imagesh,photos & pic

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दंतेश्वरी माता का फोटो
दंतेश्वरी माता का फोटो


दंतेश्वरी माता मंदिर कैसे पहुंचे How to reach Danteshwari Temple

सड़क मार्ग –

दंतेश्वरी माता मंदिर तक पहुंचने के लिए पक्की रोड आपको आसानी से मिल जायेगी जिससे आप अपने वाहनों के माध्यम से पहुंच सकते हैं। यह छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से लगभग 122 किलोमीटर की दूरी पर है |

रेल मार्ग –

दंतेश्वरी मंदिर से सबसे निकतम रेलवे स्टेशन है दंतेवाडा रेलवे स्टेशन जिसकी दुरी लगभग 4 किलोमीटर की दुरी पर है।

हवाई मार्ग –

दंतेश्वरी माता मंदिर स्वामी विवेकानंद हवाई अड्डा रायपुर से लगभग 120 किलोमीटर दूर है।

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